जगदीप हिंदी सिनेमा के प्रारंभिक कॉमेडियन अभिनेताओं में से एक हैं। उनका वास्तविक नाम तो सैयद इश्तियाक अहमद जाफरी है परंतु वह जगदीप के नाम से ही मशहूर हैं। जगदीप ने वर्ष 1950 में प्रहलाद दत्त द्वारा निर्देशित रोमांटिक ड्रामा फिल्म मधुबाला से हिंदी सिनेमा में पदार्पण किया था। इस फिल्म में उन्होंने बाल कलाकार का किरदार निभाया था। जगदीप की अंतिम फिल्म वर्ष 2017 में मस्ती नहीं सस्ती थी। जगदीप ने अपने फिल्मी करियर में 400 से अधिक फिल्मों में काम किया। उन को सबसे अधिक लोकप्रियता वर्ष 1975 में आई रमेश सिप्पी द्वारा निर्देशित फिल्म शोले से प्राप्त हुई थी। इस फिल्म में उन्होंने सूरमा भोपाली का किरदार निभाया था, जिससे वह आगे चलकर बहुत लोकप्रिय हुए। इसके अलावा इनकी अन्य फिल्मी पुराना मंदिर, अंदाज अपना अपना, अब दिल्ली दूर नहीं, आर पार, 2 बीघा जमीन और हम पंछी एक डाल के। काफी समय से बीमार रहने के कारण 8 जुलाई 2020 को 81 वर्ष की आयु में जगदीप का देहांत हो गया।
जगदीप का जन्म 29 मार्च 1939 को दतिया सेंट्रल प्रोविंस (मध्य प्रदेश) में ब्रिटिश इंडिया के समय एक शिया मुस्लिम परिवार में हुआ था। इनके पिता सैयद यावर हुसैन जाफरी पेशे से वकील थे। इनकी माता कनीज हैदर एक गृहणी महिला थी। इनके एक भाई हैं जिनका नाम अमरदीप है।जगदीप के बचपन में ही इनके पिता का देहांत हो गया। उसके बाद इनके परिवार को बहुत सी समस्याओं से जूझना पड़ा। वर्ष 1947 में हुए भारत पाकिस्तान विभाजन के पश्चात जगदीप अपने परिवार सहित मुंबई आकर बस गए। बचपन में जगदीप ने आर्थिक तंगी से निकलने के लिए बावर्ची का काम भी किया।
जगदीप की माता को यह पसंद नहीं था कि वह अपने स्कूल फीस जुटाने के लिए बहुत मेहनत करें। इसलिए बचपन में उन्होंने अपनी पढ़ाई छोड़ दी और मुंबई की सड़कों पर पतंगे, साबुन और कंघी बेचने लगे ताकि वह अपनी मां की मदद कर पाए।
जगदीप ने अपने जीवन में तीन शादियां की थी। जिनमें से पहली पत्नी का नाम नसीम बेगम, दूसरी पत्नी का नाम सुगरा बेगम और तीसरी पत्नी का नाम नाजिमा बेगम है। इनकी तीनों शादियों के मिलाकर कुल 6 बच्चे हैं।पहली पत्नी नसीम बेगम से इन्हें हुसैन जाफरी और जावेद जाफरी दो बेटों की प्राप्ति हुई। वर्ष 1960 में जगदीप ने सुगरा बेगम से शादी की थी। जिन से इन्हें नावेद जाफरी एक बेटे की प्राप्ति हुई।
इनकी पहली पत्नी से शकीरा शफी और सुरय्या जाफ़री की तथा तीसरी पत्नी नाज़िमा से मुस्कान जाफ़री एक बेटी की प्राप्ति हुई|
वास्तविक नाम | सैयद इश्तियाक अहमद जाफरी |
उपनाम | जगदीप |
लोकप्रिय किरदार | सूरमा भोपाली ( फिल्म शोले) |
जगदीप का जन्मदिन | 29 मार्च 1939 |
जगदीप की आयु ( मृत्यु के समय) | 81 वर्ष |
जगदीप का जन्म स्थान | दातिया सेंट्रल प्रोविंस ( मध्य प्रदेश) ब्रिटिश इंडिया |
जगदीप का मूल निवास स्थान | मध्य प्रदेश भारत |
जगदीप की मृत्यु तिथि | 8 जुलाई 2020 |
जगदीप की मृत्यु का कारण | आयु अधिक होने के कारण बीमारी |
जगदीप का मृत्यु स्थान | बांद्रा मुंबई भारत |
जगदीप की राष्ट्रीयता | भारतीय |
जगदीप का धर्म | इस्लाम |
जगदीप की जाति | शिया मुस्लिम |
जगदीप की शैक्षणिक योग्यता | ज्ञात नहीं |
जगदीप के स्कूल का नाम | ज्ञात नहीं |
जगदीप के कॉलेज का नाम | लागू नहीं |
जगदीप का व्यवसाय | अभिनेता और कॉमेडियन |
जगदीप की कुल संपत्ति | 20 करोड रुपए के लगभग |
जगदीप की वैवाहिक स्थिति | विवाहित |
जगदीप की लंबाई | 5 फुट 7 इंच |
जगदीप का वजन | 55 किलोग्राम |
जगदीप का शारीरिक माप | छाती 38 इंच, कमर 32 इंच, बाइसेप्स 13 इंच |
जगदीप की आंखों का रंग | काला |
जगदीप के बालों का रंग | काला और सफेद |
जगदीप के पिता का नाम | सैयद यावर हुसैन जाफरी |
जगदीप की माता का नाम | कनीज हैदर |
जगदीप के भाई का नाम | अमरदीप |
जगदीप की पत्नी का नाम | नसीम बेगम ( पहली पत्नी) सुगरा बेगम ( दूसरी पत्नी) नाजिमा ( तीसरी पत्नी) |
जगदीप के बेटों का नाम | हुसैन जाफरी, जावेद जाफरी और ना वेद जाफरी |
जगदीप की बेटियों के नाम | शकीरा शाफी, सुरैया जाफरी और मुस्कान जाफरी |
एक बार जब वह सड़क के किनारे सामान बेच रहे थे तो उन पर एक फिल्म निर्देशक की नजर पड़ी जिसने जगदीप को अपनी फिल्म अफसाना में बतौर बाल कलाकार काम करने का प्रस्ताव दिया। जगदीप उस समय छोटे थे और उनको इसका कुछ अनुभव भी नहीं था। वर्ष 1951 में जगदीप ने अफसाना फिल्म से हिंदी सिनेमा में पदार्पण किया। इसके पश्चात उन्होंने वर्ष 1952 में धोबी डॉक्टर फिल्म में किशोर कुमार के किशोरावस्था की भूमिका निभाई। जिसे दर्शकों और क्रिटिक्स द्वारा खूब पसंद किया गया। जगदीप ने वर्ष 1957 में भाभी फिल्म से हिंदी सिनेमा में बतौर मुख्य अभिनेता पदार्पण किया। वर्ष 1957 में हम पंछी एक डाल के फिल्म में जगदीप ने जो अभिनय किया था उससे भूतपूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू इतने प्रभावित हुए कि उन्होंने जगदीप के लिए एक पर्सनल स्टाफ बतौर टोकन ऑफ एसोसिएशन दे दिया।
इसके पश्चात वह कई फिल्मों जैसे कि अब दिल्ली दूर नहीं वर्ष 1953, 2 बीघा जमीन वर्ष 1953, बरखा वर्ष 1959, तीन बहू रानियां वर्ष 1968, ब्रह्मचारी वर्ष 1968,हम एक हैं वर्ष 1969, दो भाई वर्ष 1969, जानवर और इंसान वर्ष 1972, आ गले लग जा वर्ष 1973, विदाई वर्ष 1974 आदि।
जगदीप को सबसे अधिक लोकप्रियता वर्ष 1975 में रमेश सिप्पी द्वारा निर्देशित एक्शन एडवेंचर फिल्म शोले से प्राप्त हुई। इस फिल्म में उन्होंने सुरमा भोपाली का किरदार निभाया था। इनका यह किरदार इतना लोकप्रिय हुआ कि वर्ष 1988 में इन्होंने सोरमा भोपाली फिल्म का निर्देशन कर डाला। जगदीप ने वर्ष 1994 में आई कॉमेडी फिल्म अंदाज़ अपना अपना में बांकेलाल भोपाली का भी किरदार निभाया। वर्ष 1998 में उन्होंने राजकुमार संतोषी द्वारा निर्देशित फिल्म चाइना गेट में सब इंस्पेक्टर नागेश्वर रमैया की भूमिका भी निभाई थी।
जगदीप ने अपने फिल्मी करियर में 400 से अधिक फिल्मों में काम किया।
आयु अधिक होने के कारण जगदीप बीमार रहने लगे थे। उनकी सेहत में लगातार गिरावट आ रही थी। 8 जुलाई 2020 को रात के लगभग 8:00 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली थी। उनकी मृत्यु के पश्चात 9 जुलाई 2020 को मुंबई की सिया कब्रिस्तान में उनके पार्थिव शरीर को दफनाया गया। जगदीप का 81 वर्ष की आयु में देहांत हो गया और वह हमेशा के लिए अपने चाहने वालों को अलविदा कह गए।
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